यूपी रोडवेज की बसें अब बिहार के ज्यादातर हिस्सों में जाया करेंगी। इस तरह बिहार रोडवेज की बसें भी यूपी के कई रूटों में आएंगी। उत्तर प्रदेश और बिहार परिवहन निगम की बसें नए रूट पर एक-दूसरे राज्य में जा सकेंगी। इस संबंध में बृहस्पितवार को परिवहन विभाग के प्रमुख सचिव अमित गुप्ता की अध्यक्षता में दोनों राज्यों के बीच समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किया गया।निगम मुख्यालय सभागार में हुई बैठक में दोनों राज्यों के बीच नए मार्गों को जोड़ने, परमिटों एवं फेरों की संख्या बढ़ाने पर जोर दिया गया। प्रमुख सचिव अमित गुप्ता ने कहा कि नए मार्गों के जुड़ने एवं बसों के फेरों की संख्या में वृद्धि से एक तरफ जहां राजस्व में वृद्धि होगी, वहीं तरफ दोनों राज्यों के लोगों को आवागमन में काफी सहूलियत होगी।इस नए फैसले के बाद यूपी रोडवेज की बसें बिहार के ज्यादातर हिस्सों में जाया करेंगी। अभी तक इसके बहुत सीमित रूट थे। बैठक में विशेष सचिव केपी सिंह, प्रबंध निदेशक मासूम अली सरवर, रामसिंह वर्मा एवं बिहार पथ परिवहन निगम के अतुल कुमार, पवन शांडिल्य आदि मौजूद रहे।मरम्मत कार्य के चलते बदला ट्रेनों का रूट उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल में आने वाले उतरेटिया-रायबरेली रेल खंड के बीच समपार संख्या-152 एवं 188 पर सीमित ऊंचाई सब-वे निर्माण कार्य के लिए ब्लॉक दिए जाने के कारण कई गाड़ियों का रूट बदला गया है। बनारस से 31 मई को चलने वाली 15119 बनारस – देहरादून एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग मां बेल्हा देवी धाम प्रतापगढ़ जंक्शन -सुल्तानपुर – उतरेटिया के रास्ते चलाई जाएगी। मार्ग परिवर्तन के कारण इस गाड़ी का ठहराव चिलबिला, मां चंडिका देवी धाम अंतू, अमेठी, गौरीगंज, जायस, फुरसतगंज, रायबरेली, हरचंदपुर, बछरावां स्टेशनों पर नहीं होगा। आगरा कैंट से 31 मई को चलने वाली 13168 आगरा कैंट – कोलकाता एक्सप्रेस मार्ग में 90 मिनट नियंत्रित कर चलाई जायेगी। लखनऊ से 31 मई को चलने वाली 15108 लखनऊ – बनारस एक्सप्रेस लखनऊ से 210 मिनट पुनर्निर्धारित कर चलाई जायेगी।