प्रवर्तन निदेशालय की जालंधर यूनिट ने लखनऊ, गोंडा और मुजफ्फरनगर में छापेमारी की है। हालांकि, संचालक अखिल जय सिंह घर पर नहीं मिला। उसके दुबई में होने की सूचना है।
पंजाब में नशीली दवाओं की तस्करी के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जालंधर यूनिट ने मंगलवार को पंजाब और यूपी के कई ठिकानों पर छापा मारा। ईडी की टीमों ने राजधानी में दो और गोंडा और मुजफ्फरनगर में एक-एक जगह छानबीन की है, जिसमें नशीली दवाओं का कारोबार करने वाली कंपनी एमजेएस एजेंसीज प्राइवेट लिमिटेड के मालिक अखिल जय सिंह का गोखले मार्ग स्थित सूर्या कांप्लेक्स का आवास और ट्रांसपोर्ट नगर स्थित गोदाम शामिल है। इसके अलावा गोंडा और मुजफ्फरनगर में भी कंपनी के एक कर्मचारियों के घर पर छापा मारा गया है।
सूत्रों के मुताबिक ईडी के अधिकारियों को अखिल जय सिंह दोनों जगहों पर नहीं मिला। गोखले मार्ग स्थित घर में मौजूद नौकर से पूछताछ में अखिल के दुबई जाने की जानकारी मिली है। बता दें कि पंजाब पुलिस की एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स द्वारा में नशीली दवाओं के सिंडीकेट के खिलाफ कार्रवाई के बाद ईडी ने भी प्रिवेंशन ऑफ मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू की थी। इस मामले में राजधानी निवासी एमजेएस प्राइवेट लिमिटेड का अखिल जय सिंह भी आरोपी है। ईडी की टीमों ने चारों ठिकानों से एक लैपटॉप समेत कई अहम दस्तावेज बरामद किए गए हैं। इस दौरान ईडी, लखनऊ के कुछ अधिकारी भी सहयोग के लिए भेजे गए थे।
पंजाब के डीएसपी के साथ हुआ था गिरफ्तार
बता दें कि बीते सितंबर माह में पंजाब पुलिस की एंटी नारकोटिक टास्क फोर्स (एएनटीएफ) ने डिप्टी एसपी वविंदर महाजन और लखनऊ निवासी उसके साथी अखिल जय सिंह को रिश्वतखोरी के मामले में गिरफ्तार किया था। मई, 2024 में मेसर्स स्मिलैक्स फार्माकेम ड्रग इंडस्ट्रीज में संयुक्त निरीक्षण के दौरान एएनटीएफ टीम ने एनडीपीएस अधिनियम के तहत केस दर्ज किया था। टीम ने 1.98 करोड़ प्रतिबंधित अल्प्राजोलाम टैबलेट और 40 किलोग्राम प्रतिबंधित साल्ट बरामद किया था।
जांच में पता चला कि फार्मा कंपनियों की आड़ में ड्रग्स सप्लाई की जा रही है। इस रैकेट में लखनऊ का अखिल जय सिंह भी शामिल था। डिप्टी एसपी वविंदर महाजन और अखिल जय सिंह प्रदेश में कई फार्मा कंपनियों को प्रतिबंधित ड्रग्स के इस नेटवर्क को ऑपरेट करने में न केवल मदद करते थे, बल्कि कानूनी कार्रवाई से बचाने के लिए संरक्षण भी देते थे। अखिल जय सिंह फार्मा कंपनियों के साथ डीएसपी महाजन की मुलाकात कराता था। रिश्वत के पैसों को भी दोनों बराबर बांटते थे। इस मामले में वविंदर और अखिल जय सिंह को पंजाब पुलिस ने बीते वर्ष गिरफ्तार भी किया था।