हैदराबाद की ओवेन इफोरिया सोहम्म नाम की कंम्पनी से यूपी मे फ्राड़ करने का मामला सामने आया है। वही ओवेन इफोरिया सोहम्म ने यूपी मे कम्पनी के साथ काम कर रहे वाराणसी इस्थित डिपो, सुपर व डिस्ट्रीब्यूटर सहित कम्पनी का कार्य कर रहे एम्पलाइयों का भी करोड़ो रुपया हड़पा।

जनकारी के अनुसार सूत्रों की माने तो हैदराबाद मे मौजूद ओवेन इफोरिया सोहम्म नाम की कम्पनी है जिसमे चाय के साथ नास्ते मे खाने वाले तोस व बैकरी के बिस्किट का कारखना इस्थित है जिसको मार्केट मे लांचिंग व बिजनेस के लिए वह विदेश सहित उत्तराखंड छत्तीसगढ़ महाराष्ट्र व यूपी सहित कई राज्यों में कार्य का सुभारम्भ किया। जिसमे कम्पनी ने यूपी नेशनल हेड संतोष विश्वकर्मा रीजनल सेल्स मैनेजर जयदेव सिंह, एरिया सेल्स मैनेजर पुनीत कृष्णा सेल्स ऑफिसर अरुण मिश्रा व संदीप श्रीवास्तव पद पर कार्यरत होकर कार्य कर रहे थे, जिनके माध्यम से कम्पनी के नियम के अनुसार यूपी के वाराणसी मे मार्डन ट्रेडर्स के इंचार्ज शाहिद को डिपो बनाकर सुपर व डिस्ट्रीब्यूटर द्वारा बिजनेस के कार्य का शुभारंभ किया गया। वही बिजनेस की शुरुआत आजमगढ़, मऊ,बलिया, जौनपुर,गाजीपुर,भदोही सहित दर्जनों जनपदो मे कार्य का शुभारम्भ किया गया और पार्टियों का पैसा एडवांस लगाकर कम्पनी मे बन रहे सामग्री को मंगा कर बिजनेस का कार्य शुरू किया गया।

वही बिजनेस को रफ्तार देने के लिए कंपनी के एम्प्लाइयो ने परिश्रम किया। वही कंपनी के नियम के अनुसार बिजनेस को बढ़ावा देने के लिए मार्केट मे कार्य कर रहे सुपर व डिस्ट्रीब्यूटर द्वारा दूसरी बार आर्डर दिया गया। जिसमे सुपर डिस्ट्रीब्यूटरो द्वारा लाखों- लाखो रुपया एडवांस लिया गया, जनकारी के अनुसार कुछ ही सुपर व डिस्ट्रीब्यूटर को कम्पनी मे बन रहे सामग्री को आधा अधूरा भेजा गया। जिसके बाद कंपनी की घटिया प्रोडक्शन व घटिया पैकिंग के चलते मार्केट से ग्राहकों ने माल व सामग्री को वापस भी करना शुरू कर दिया, जिसकी शिकायत कंपनी से की गई लेकिन कम्पनी द्वारा अनसुना कर दिया गया। जिसके बाद सुपर व डिस्ट्रीब्यूटर द्वारा कंपनी में भेजें गए पैसे से सामग्री न मिलने पर पार्टियों ने पैसो को रिफ़ण्ड करने की मांग करने लगे। साथ ही कम्पनी मे एम्प्लाई कर्मचारियो द्वारा भी तीन माह से रुकी हुई सेलरी की डिमांड होने लगी। कंपनी के डायरेक्टर विष्णु हर्षवर्धन ने अपने ही कंपनी के एम्प्लाइ कर्मचारियों का फोन उठाना बंद कर दिया, साथ ही मैसेज द्वारा कम्पनी ने अपनी कमियों को छुपाने के लिए काम चोरी का ठीकरा कर्मचारियों पर फोड़ना शुरू कर दिया।

विवाद बढ़ते देख यूपी नेशनल हेड संतोष विश्वकर्मा को विगत 30 अप्रैल को वाराणसी स्थित मार्डन ट्रेडर्स के डिपो इंचार्ज शाहिद के यहां ऑफिशियल मीटिंग रखकर कुछ डिस्ट्रीब्यूटर व सुपर को बुलाकर के माल वापस करने की बात की गई, लेकिन सुपर व डिस्ट्रीब्यूटर को भेजे गए सामग्री को वापस लिया गया, परन्तु वापस हुई सामग्री व मार्केट मे कार्य कर रही पार्टियों का पैसे कब और कैसे मिलेंगा इस पर कोई चर्चा नहीं की गई। साथ ही कंपनी मे कार्य कर रहे कर्मचारियों के वेतन को साफ तौर पर कंपनी के नेशनल हेड संतोष विश्वकर्मा द्वारा कहा गया कि कंपनी के पास पैसा नहीं है इसलिए सैलरी और कम्पनी के नाम पर खर्च हुए पैसे किसी भी कर्मचारी को नहीं मिलेंगे, जिसको सुनकर कर्मचारियों मे अशांति का माहौल बन गया।

कुछ दिन कुछ माह बितने के बाद मार्केट मे कार्य कर रही पार्टियां सुपर व डिस्ट्रीब्यूटरो ने कंपनी मे कार्य कर रहे एम्प्लाइयो को फोन करके कुछ पार्टियां एम्पलाईयों के घर जाकर पैसा न मिलने पर बेइज्जत करने के साथ जेल भेजनें की धमकी भी दे रहे है। लेकिन हैदराबाद के ओवेन इफोरिया सोहम्म के डायरेक्टर विष्णु हर्षवर्धन के कानो मे जू तक नहीं रेंग रहा है। पूरी तरह मौन साधे हुए है। फिर हाल कम्पनी के डायरेक्ट द्वारा क्या किया जाएगा यूपी में मौजूद पार्टियों के पैसे कैसे वापस होंगे कंपनी में कार्य किये कर्मचारियों के परिश्रमिक वेतन मिलेंगे या नहीं, उनके परिवार का खर्च कैसे चलेगा सोचने की बात है।जिसको लेकर कर्मचारियों मे काफ़ी रोष व्याप्त है।