आजमगढ़ जिले में नवजातों को झोले में भरकर झाड़ियों में फेंक दिया गया। रोने की आजाव सुनकर पहुंचे लोगों ने पुलिस को इसकी जानकारी दी। दोनों को जब अस्पताल पहुंचाया गया तो उनकी मौत हो गई। आजमगढ़ शहर के डीएवी कॉलेज के पास तमसा नदी के किनारे एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। अज्ञात व्यक्ति ने दो नवजात बच्चियों को झोले में भरकर झाड़ियों में फेंक दिया। बच्चियों के रोने की आवाज सुनकर स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों बच्चियों को जिला महिला अस्पताल में भर्ती कराया जहां उनकी मौत हो गई। जानकारी मुताबिक शहर कोतवाली क्षेत्र में स्थित डीएवी कॉलेज के पास तमसा नदी किनारे सोमवार की शाम झाड़ी में से बच्चों के रोने की आवाज आई। वहां मौजूद लोगों ने नजदीक जाकर देखा तो झाड़ी में एक झोले में दो नवजात को फेंका गया था। लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही ब्रह्मस्थान चौकी प्रभारी विजय कुमार सहाय मौके पर पहुंचे और दोनों नवजातों को जिला महिला अस्पताल में भर्ती कराया। अस्पताल के सीएमएस डॉ. विनय कुमार सिंह ने बताया कि जन्म के कुछ घंटों बाद ही बच्चियों को फेंका गया था। तेज धूप और गर्मी के कारण उनकी हालत बिगड़ गई थी। उपचार के दौरान एक बच्ची की सोमवार शाम को मौत हो गई, जबकि दूसरी बच्ची को गंभीर हालत में रेफर किया गया, लेकिन कुछ देर बाद उसकी भी मृत्यु हो गई। पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। चाइल्ड केयर को भी घटना की सूचना दी गई है। स्थानीय लोगों में इस अमानवीय घटना को लेकर गहरा आक्रोश है।