यूपी समेत कई राज्यों के निजी विश्वविद्यालयों को सेहरावत ने दी फर्जी डिग्रियां

मोनाड यूनिवर्सिटी में फर्जी डिग्री और मार्कशीट का खुलासा होने के बाद एसटीएफ इस मामले में अन्य यूनिवर्सिटी की भी जांच करने की जा रही हैं। जांच में सामने आया है कि पूरे मामले का मास्टरमाइंड विदेश भागने की फिराक में था।हापुड़ की मोनाड युनिवर्सिटी में फर्जी डिग्री और मार्कशीट रैकेट का खुलासा होने के बाद इसके दायरे में 5 राज्यों के 15 से ज्यादा युनिवर्सिटी भी आ रही हैं। एसटीएफ की जांच में सामने आया है कि हरियाणा निवासी मास्टरमाइंड संदीप सेहरावत ने यूपी, बिहार, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान की कई निजी युनिवर्सिटी को फर्जी डिग्री और मार्कशीट दी है। मोनाड समेत यूपी की 4 निजी युनिवर्सिटी में भी उसने फर्जीवाड़ा अंजाम दिया है, जिसमें सहारनपुर की एक चर्चित युनिवर्सिटी भी शामिल है।एसटीएफ के अधिकारी जल्द ही जांच के दायरे में आई बाकी युनिवर्सिटी के बारे में भी छानबीन करने जा रहे हैं। वहीं अन्य राज्यों में चल रहे इस रैकेट के बारे में जांच में सामने आए तथ्यों को उन प्रदेशों की पुलिस के साथ साझा किया जाएगा ताकि उनके खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई हो सके। वहीं दूसरी ओर एसटीएफ के अधिकारी मोनाड युनिवर्सिटी के प्रबंध तंत्र में शामिल बाकी लोगों को भी तलाश रहे हैं, क्योंकि उनकी संलिप्तता के बिना इतना बड़ा फर्जीवाड़ा करना संभव नहीं था। यह भी पता लगाया जा रहा है कि यह फर्जीवाड़ा कितने सालों से हो रहा था। वहीं जिन 2 लाख छात्रों आदि को फर्जी डिग्री दी गई है, उनके बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है। एसटीएफ की कई टीमें सेहरावत गिरोह के बाकी सदस्यों की तलाश में हरियाणा के कई जिलों में छापे मार रही हैं। बता दें कि सोमवार को सेहरावत के सहयोगी को भी एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है, जिसके बाद से भारी संख्या में फर्जी डिग्री मिली हैं।फिर विदेश भागने की थी तैयारीजांच में सामने आया है कि युनिवर्सिटी का चेयरमैन विजेंद्र हुड्डा और संदीप सेहरावत विदेश भागने की फिराक में थे। विजेंद्र ने संदीप का पासपोर्ट और वीजा बनवा लिया था। विजेंद्र को आभास हो गया था कि उसके खिलाफ कुछ शिकायतें हुई हैं, जिसके बाद उसने युनिवर्सिटी आना बंद कर दिया था। वहीं एसटीएफ उसकी सुरागरसी में जुटी थी। शनिवार को विजेंद्र के युनिवर्सिटी आने की सूचना पर एसटीएफ ने तत्काल छापे मारने की योजना बनाई और उसे दबोच लिया।चुनाव में खरीदी 50 एसयूवीएसटीएफ को विजेंद्र हुड्डा के बैग से 35 लग्जरी एसयूवी की चाबी भी मिली हैं। पूछताछ में उसने बताया कि चुनाव लड़ने के दौरान उसने युनिवर्सिटी के कर्मचारियों के नाम पर 50 एसयूवी खरीदी थीं, जिनमें से अधिकतर फॉर्च्यूनर और स्कार्पियों थी। इनका डाउनपेमेंट करने के बाद उसने गाड़ियां अपने पास रख लीं और बैंक की किश्त देना बंद कर दिया। एसटीएफ को हर चाबी पर गाड़ी नंबर भी लिखा मिला है। जल्द इन गाड़ियों को बरामद कर जब्त किया जाएगा।

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