उत्तर प्रदेश में अलग-अलग आरोपों में 15 डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। कोई नशा करने में निलंबित हुआ तो कोई प्राइवेट प्रैक्टिस करने के आरोपों में फंसा है। उत्तर प्रदेश में ड्यूटी के समय नशा करने व राष्ट्रीय कार्यक्रमों में दिलचस्पी न दिखाने समेत अन्य आरोपों में मऊ स्थित सीएचसी रतनपुरा स्थानांतरणाधीन सीएचसी मझवारा के अधीक्षक डॉ. भैरव कुमार पांडेय को निलंबित कर दिया गया है। उन्हें आजमगढ़ के अपर निदेशक मंडल कार्यालय से संबद्ध किया गया है। इसके अलावा 14 अन्य डॉक्टरों पर भी कार्रवाई की गई है। यह कार्रवाई डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के निर्देश पर की गई है।इसी तरह भदोही के ज्ञानपुर स्थित महाराजा चेत सिंह जिला चिकित्सालय में तैनात फिजीशियन डॉ. प्रदीप कुमार यादव के खिलाफ प्राइवेट प्रैक्टिस की शिकायत मिली थी। जांच में आरोपों की पुष्टि होने पर उनकी दो वेतन वृद्धियां स्थायी रूप से रोक दी गई हैं।वहीं, स्वास्थ्य महानिदेशालय में संयुक्त निदेशक डॉ. सुनील वर्मा पर वित्तीय अनियमितत्ता के गंभीर आरोप लगे हैं। यह आरोप औरेया में चिकित्साधिकारी रहने के दौरान के हैं। इस संबंध में निदेशक (प्रशासन) को जांच के आदेश दिए गए हैं। साथ ही आरोप पत्र देकर विभागीय कार्रवाई के निर्देश प्रमुख सचिव को दिए गए हैं। डिप्टी सीएम ने प्रमुख सचिव को विभागीय कार्रवाई के आदेश दिएइसके अलावा पांच अन्य चिकित्साधिकारियों के खिलाफ भी डिप्टी सीएम ने प्रमुख सचिव को विभागीय कार्रवाई के आदेश दिए हैं। इन डॉक्टरों पर रोगियों की चिकित्सा में लापरवाही, अनधिकृत रूप से अनुपस्थिति, अनुशासनहीनता शामिल है।इनमें कुशीनगर कप्तानगंज सीएचसी के डॉ. रितेश कुमार सिंह, कानपुर नगर स्थित केपीएम नगरीय पीएचसी में तैनात डॉ. दीप्ती गुप्ता, गोरखपुर गोला सीएचसी के डॉ. तनवीर असलम अंसारी, मैनपुरी बरनाहल सीएचसी की दंत शल्यक डॉ. अकांक्षा पनवार व हरदोई कछौना सीएचसी की डॉ. रखशिंदा नाहिद शामिल हैं। डिप्टी सीएम ने दो लापरवाह चिकित्साधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगने के निर्देश दिए गए हैं। इसमें ललितपुर के जखौरा सीएचसी के अधीक्षक डॉ. समीर प्रधान और बुलंदशहर सीएमओ के अधीन डॉ. पूनम सिंह शामिल हैं।मेडिकल कॉलेज के चिकित्सा शिक्षकों के खिलाफ भी कार्रवाईबांदा राजकीय मेडिकल कॉलेज के दो डॉक्टरों पर भी कार्रवाई की तलवार लटक रही है। इसमें सर्जरी विभाग के 2 सहायक आचार्यों डॉ. अनूप कुमार सिंह व डॉ. सोमेश त्रिपाठी शामिल हैं। जबकि कुशीनगर स्वशासी मेडिकल कॉलेज में गायनी विभाग की डॉ. रुचिका सिंह के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। उधर, शाहजहांपुर स्वशासी मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रधानाचार्य डॉ. अभय कुमार सिन्हा और वर्तमान प्रधानाचार्य डॉ. राजेश कुमार विरुद्ध विभागीय कार्रवाई होगी। इन पर सेवा प्रदाता फर्म से साठगांठ करके अनुचित रूप से लाभ दिये जाने के आरोप हैं।