प्रदेश में अब हर सेमेस्टर में छात्रवृत्ति देने की योजना है। इस संबंध में तीन विभागों की मंत्रियों के बीच आम सहमति बन गई है। प्रदेश में अब हर सेमेस्टर में छात्रवृत्ति देने की योजना है। इतना ही नहीं अगर किसी छात्र की तकनीकी कारणों से छात्रवृत्ति रुकती है तो उसे दुबारा मौका मिलेगा। इस संबंध में मंगलवार को अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ओमप्रकाश राजभर, पिछड़ा वर्ग कल्याण राज्य मंत्री नरेंद्र कश्यप, समाज कल्याण राज्य मंत्री असीम अरुण और अल्प संख्यक कल्याण राज्य मंत्री दानिश आजाद अंसारी के सामने भागीदारी भवन में प्रस्तुतिकरण दिया गया।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर छात्रवृत्ति की व्यवस्था में सुधार के लिए 6 सदस्यीय टीम का गठन किया गया, जिसने यह प्रस्तुतिकरण तैयार किया था। अभी साल में एक बार छात्रवृत्ति मिलती है। तय हुआ कि वार्षिक सिस्टम को हटाते हुए छात्रवृत्ति को भविष्य में सेमेस्टर आधारित बनाया जाएगा। तकनीकी कारणों से अगर किसी बच्चे की छात्रवृत्ति रुक जाती है तो उसे पुनः मौका दिया जाएगा। उसे लाभ से वंचित नहीं किया जाएगा।इसके अलावा आधुनिक तकनीक आधारित पोर्टल विकसित किया जाएगा, जिसमें मोबाइल एप नोटिफिकेशन आदि की सुविधा मिलेगी। ताकि, आवेदन में कोई कमी होने पर तत्काल जानकारी मिल सके और अपडेट भी भेजा जा सके।सभी वर्गों के छात्रों के लिए होगी समान नीतिसभी वर्गों के छात्रों के लिए एक समान नीति व प्रक्रिया बनाई जाएगी। फर्जी छात्रों की समस्या से निपटने और छात्रवृत्ति योजना के दुरुपयोग को रोकने के लिए बायोमीट्रिक हाजिरी की व्यवस्था लागू होगी। योजना में बजट की कमी नहीं होने दी जाएगी। सभी पात्र छात्रों को योजना का लाभ मिलेगा।साल भर छात्र कर सकेंगे आवेदनबैठक में चर्चा हुई कि छात्रवृत्ति के पोर्टल को पूरे वर्ष बंद न किया जाए। बैठक में यह भी तय हुआ कि तीनों विभागों के निदेशकों की एक संयुक्त टीम बनाई जाएगी, जो एकसाथ बैठ कर पेश आ रही दिक्कतों को दूर करेगी।