यूपी में कोविड के नए वैरिएंट के मामले बढ़ते जा रहे हैं। शनिवार को जालौन में नया केस मिला। इधर सरकार ने साफ किया है कि इस मामले में स्वास्थ्य विभाग की पूरी तैयारी है। गाजियाबाद और नोएडा के बाद अब जालौन निवासी भी कोविड पॉजिटिव पाया गया है। हालांकि जालौन का मरीज एम्स दिल्ली में पॉजीटिव मिला है। अब इस बात की पड़ताल की जा रही है कि वह सप्ताहभर में कहां- कहां की यात्रा कर चुका है। इधर प्रदेश में कोविड की जांच, उपचार सहित हर स्तर पर स्वास्थ्य विभाग तैयार है। चिकित्सा विशेषज्ञों का कहना है कि यह वैरियंट सर्दी जुखाम की तरह ही है और मरीज अपने आप ठीक हो रहे हैं। इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है। केरल, गुजरात एवं कर्नाटक के बाद दो दिन पहले गाजियाबाद में चार मरीज पॉजिटिव पाए गए थे। उनमें सर्दी जुखाम के लक्षण थे। उन्हें एहतियात के तौर पर अस्पताल में भर्ती कराया गया। इसके बाद एक मरीज नोएडा में पाया गया, जो बेंगलुरु से लौटा था। शनिवार को जालौन निवासी मरीज एम्स में उपचार के लिए गया था, जांच के बाद पॉजिटिव पाया गया है। अब उसकी यात्रा इतिहास की जानकारी जुटाई जा रही है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि विभिन्न प्रदेशों और उत्तर प्रदेश में मिलने वाले मरीजों में सर्दी जुखाम जैसे ही लक्षण हैं। इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है। जिस तरह से मौसम बदलने के बाद फ्लू होता है और तीन से पांच दिन में आसाम मिल जाता है। उसी तरह से इसमें भी आराम मिल जाएगा। यदि किसी मरीज को ज्यादा समस्या होती है तो उसकी जांच और उपचार के लिए अस्पतालों में पुख्ता व्यवस्था की गई है।स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारियों ने सभी मुख्य चिकित्साधिकारियों एवं चिकित्सा अधीक्षकों को निर्देश दिया है कि लैब में जांच के इंतजाम दुरुस्त रखे जाएं। जिस भी मरीज में लक्षण हो, उसकी जांच कराई जाए। यदि मरीज भर्ती करने लायक है तो उसे अलग वार्ड में भर्ती भी किया जाए। शनिवार को सभी जिलों में जांच और उपचार की व्यवस्था की समीक्षा की गई। दवाओं का भी अतिरिक्त स्टाक रखने के निर्देश दिए गए हैं ताकि मरीजों को किसी तरह की समस्या न हो। इसी क्रम में चिकित्सा शिक्षा विभाग ने भी सभी मेडिकल कॉलेजों में लगे आक्सीजन प्लांट की मॉक ड्रिल करने और मरीजों को भर्ती करने का इंतजाम रखने का निर्देश दिया है।मुख्यमंत्री भी दे चुके हैं निर्देशमुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दो दिन पहले कोविड को लेकर समीक्षा की थी। उन्होंने लोगों से अपील की कि कोरोना को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है। नवीनतम उप वेरिएंट जेएन 1 के संक्रमण को लेकर सावधानी और सतर्कता बरतने की जरूरत है। राज्य के सभी मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल और स्वास्थ्य इकाइयां अलर्ट मोड में हैं और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।